Song Details
{tab title=”English”}
Ai Phul Hans Ke Baagh Me Kaliya Khilaaye Jaa
Shabnam Ke Ashk Apanee Hansee Me Chhupaaye Jaa
Jine Kaa Dhang Sikhaaye Jaa
Kaanto Kee Nok Par Khada Muskuraaye Jaa
Jine Kaa Dhang Sikhaaye Jaa
Bhanvare Ne Tere Kaan Me Kuchh Gunguna Diya – (2)
Yeh Kah Ke Raaje Jindagee Tujhako Bata Diya – (2)
Rote Huye Jahan Me Too Muskuraaye Jaa, Too Muskuraaye Jaa
Jine Kaa Dhang Sikhaaye Jaa
Bulbul Kee Sadaao Me Bhee Paigham Yahee Hai – (2)
Koyal Kee Bhee Har Kuk Subah Sham Yahee Hai – (2)
O Hanste Huye Phul Tere Husn Ke Sadke
Patjhad Me Kya Kare Koyee Itana Bataaye Jaa
Jine Kaa Dhang Sikhaaye Jaa
{tab title=”Hindi” open=”true”}
ै फूल हँस के बाग़ में
कालिया खिलाए जा शबनम की अश्क़
अपने हँसि में छुपाए जा
जीने का ढंग सिखाये जा
कांटो की नोक पर
खड़ा मुस्कुराए जा
जीने का ढंग सिखाये जा
कांटो की नोक पर
खड़ा मुस्कुराए जा
िने का ढंग सिखाये जा
भंवरे ने तेरे कान में
कुछ गुनगुना दिया
भंवरे ने तेरे कान में
कुछ गुनगुना दिया
यह कह के राजे ज़िन्दगी
तुझको बता दिया
यह कह के राजे ज़िन्दगी
तुझको बता दिया
रोते हुए ज़हन में
तू मुस्कुराए जा
तू मुस्कुराए जा
जीने का ढंग सिखाये जा
कांटो की नोक पर
खड़ा मुस्कुराए जा
जीने का ढंग सिखाये जा
बुलबुल की सदाओं में भी
पैग़ाम यही है
बुलबुल की सदाओं में भी
पैग़ाम यही है
कोयल की भी हर कूक
सुबह शाम यही है
कोयल की भी हर कूक
सुबह शाम यही है
ो हँसते हुए फूल
तेरे हुस्न के सड़के
ो हँसते हुए फूल
तेरे हुस्न के सड़के
पतझड़ में क्या करे कोई
इतना बताए जा
इतना बताए जा
जीने का ढंग सिखाये जा
काँटो के नोक पर
खड़ा मुस्कुराए जा
जीने का ढंग सिखाये जा.
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