{tab title=”English”}
Ma Dharti Ki Sulaghati Chati Ke
Bechain Sarare Puchte Hai
Tum Log Jinhe Apna Na Sake
Vo Phul Ke Dhare Puchte Hai
Sadko Ki Juban Chilati Hai
Sagar Ke Kinare Puchte Hai
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Rah Rah Ke Vatan Ko Kaun Bataye
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Ye Jalte Huye Ghar Kiske Hai
Ye Kat Te Huye Tan Kiske Hai
Taksin Ke Andhe Toofan Me
Lut Te Huye Gushan Kiske Hai
Badbakt Fizaye Kiski Hai
Badbakt Fizaye Kiski Hai
Barbad Nashe Man Kiske Hai
Kuch Ham Bhi Sune Hamko Bhi Suna
Kuch Ham Bhi Sune Hamko Bhi Suna
Rah Rah Ke Vatan Ko Kon Bataye
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Kis Kam Ke Hai Ye Dhin Dharam
Jo Sharm Ke Dhaman Chak Kare
Kis Tarah Ke Hai Ye Desh Bhakt
Jo Baste Gharo Ko Khak Kare
Ye Ruhe Kaisi Ruhe Hai Ye Ruhe Kaisi Ruhe Hai
Jo Dharti Ko Napak Kare
Ankhe To Utha Nazre To Mila
Ankhe To Utha Nazre To Mila
Rah Rah Ke Mulk Ko Kon Bataye
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Jis Ram Ke Naam Pe Khun Bahe
Us Ram Ki Izzat Kya Hogi
Jis Din Ke Hatho Laaz Lute
Us Din Ki Kimat Kya Hogi
Insaan Ki Is Zillat Se Pare
Insaan Ki Is Zillat Se Pare
Saitan Ki Zillat Kya Hogi
Ye Vedh Hata Kuran Utha
Ye Vedh Hata Kuran Utha
Rah Rah Ke Mulk Ko Kon Bataye
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
Ye Kiska Lahu Hai Kaun Mara
{tab title=”Hindi” open=”true”}
माँ धरती की युलगती छाती के
बेचैन सरारे पूछते है
तुम लोग जिससे अपना ना सके
वो फूल के धारे पूछते है
सड़को की जुबान चिलाती है
सागर के किनारे पूछते है
ये किसका लहू है कौन मरा
ये किसका लहू है कौन मरा
रह रह के वहन को कौन बतावे
ये किसका लहू है कौन मरा
ये किसका लहू है कौन मरा
ये किसका लहू है कौन मरा
बे जलते हुए घर किसके है
ये कट ते हुए तन किसके है
तकस्ीन के अंधे तूफान में
हुट ते हुए गुशन किसके है
बदबक्त फिज़ाबे किसकी है
बदबक्त फिज़ाबे किसकी है
बर्बाद नशे मन किसके हैं
कुछ हम भी सुने हमको भी सुना
कुछ हम भी सुने हमको भी सुना
रह रह के वहन को कौन बतावे
ये किसका लहू है कौन मरा
ये किसका लहू है कौन मरा
ये किसका लहू है कौन मरा
किस काम के है वे दीन धर्म
जो शर्म के दामन चाक करे
किस तरह के है ये देश भक्त
जो ब्ते घरों को खाक करे
ये रुहे कैसी रहे है ये रहे कैसी रहे है
जो धरती को नापाक करे
तो उठा नज़रे तो मिला
तो उठा नज़रे तो मिला
रह रह के वतन को कौन बतावे
ये किसका लहू है कौन मरा
ये किसका लहू है कौन मरा
ये किसका लहू है कौन मरा
जिस राम के नाम पे खून बहे
उस राम की इज्ज़त क्या होगी
जिस दीन के हाथों लाज लूटे
उस्त दीन की किमत क्या होगी
इंसान की इस ज़िल्लत से परे
इंसान की इस ज़िल्लत से परे
सैतान की ज़िल्लत क्या होगी
वे वेध हा कुरान उठा
वे वेध हटा कुरान उठा
रह रह के वतन को कौन बतावे
ये किसका लहू है कौन मरा
ये किसका लहू है कौन मरा
ये किसका लहू है कौन मरा
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