{tab title=”English”}
Milne Hai Mujhse Aayi
Phir Jaane Kyun Tanhaai
Kis Mod Pe Hai Laayi Aashiqui
O.. Khud Se Hai Ya Khuda Se
Iss Pal Meri Ladaai
Kis Mod Pe Hai Laayi Aashiqui
O O…
Aashiqui Baazi Hai Taash Ki
Toot Te Bante Vishwaas Ki
O.. Milne Hai Mujhse Aayi
Phir Jaane Kyun Tanhaai
Kis Mod Pe Hai Laayi Aashiqui
Jaane Kyun Main Sochta Hoon
Khaali Sa Main, Ik Raasta Hoon
Tune Mujhe Kahin Kho Diya Hai
Yaa Main Kahin Khud Laapata Hoon
Aa Dhoond Le Tu Phir Mujhe
Kasamein Bhi Doon Toh Kya Tujhe…
Aashiqui Baazi Hai Taash Ki
Toot Te Bante Vishwaas Ki
Milne Hai Mujhse Aayi..
Phir Jaane Kyun Tanhaai
Kis Mod Pe Hai Laayi Aashiqui
Aashiqui Baazi Hai Taash Ki
Toot Te Bante Vishwaas Ki
O Milne Hai Mujhse Aayi
Phir Jaane Kyun Tanhaai
Kis Mod Pe Hai Laayi Aashiqui
O Khud Se Hai Ya Khuda Se
Iss Pal Meri Ladaai
Kis Mod Pe Hai Laayi Aashiqui
O O Ho…
Aashiqui Baazi Hai Taash Ki
Toot Te Bante Vishwaas Ki
{tab title=”Hindi” open=”true”}
मिलने है मुझसे आई
फिर जाने क्यूँ तन्हाई
किस मोड़ पे है लायी आशिक़ी
ओ… ख़ुद से है या ख़ुदा से
इस पल मेरी लड़ाई
किस मोड़ पे है लायी आशिक़ी
ओ..ओ…हो…
आशिक़ी बाज़ी है ताश की
टूटते बनते विश्वास की
ओ..मिलने है मुझसे आई
फिर जाने क्यूँ तन्हाई
किस मोड़ पे है लायी आशिक़ी
जाने क्यूँ मैं सोचता हूँ
खाली सा मैं.. इक रास्ता हूँ
तूने मुझे कहीं खो दिया है
या मैं कहीं ख़ुद लापता हूँ
आ ढूँढ ले तू फिर मुझे..
कसमें भी दूं तो क्या तुझे..
आशिक़ी बाज़ी है ताश की
टूटते बनते विश्वास की..
मिलने है मुझसे आई
फिर जाने क्यूँ तन्हाई
किस मोड़ पे है लायी आशिक़ी
टूटा हुआ साज़ हूँ मैं
खुद से ही नाराज़ हूँ मैं
सीने में जो कहीं पे दबी है
ऐसी कोई आवाज़ हूँ मैं
सुन ले मुझे तू बिन कहे..
कब तक खामोशी दिल सहे…
आशिक़ी बाज़ी है ताश की
टूटते बनते विश्वास की…
आशिक़ी बाज़ी है ताश की
टूटते बनते विश्वास की…
ओ..मिलने है मुझसे आई
फिर जाने क्यूँ तन्हाई
किस मोड़ पे है लायी आशिक़ी
ओ…ख़ुद से है या ख़ुदा से
इस पल मेरी लड़ाई
किस मोड़ पे है लायी आशिक़ी
ओ..ओ…हो…ओ…
आशिक़ी बाज़ी है ताश की
टूटते बनते विश्वास की..
ओ.. ओ.. हो.. हो….
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