{tab title=”English”}
कितना पागल दिल है
कैसी यह मुश्किल है
बेवजह किसी पे ऐतबार करे
जो भी यहाँ प्यार करे
जीना दुश्वार करे
जो भी यहाँ प्यार करे
जीना दुश्वार करे
अपने मेहबूब सनम को
दिल कभी भूल न पाये
साथ चलते है पल पल
बीती यादों के साये
चाँद टारे बुझ जाए
रात काली हो जाए
एक भी वर्ण हो तो
दुनिया खाली हो जाये
हर लम्हा दीदार करे
जीना दुश्वार करे है
हर लम्हा दीदार करे
जीना दुश्वार करे है
जो भी यहाँ प्यार करे
जीना दुश्वार करे है
यही तो प्यार का अंदाज़ है
आँखों आँखों से कोई
तीर चलता रहता है
इस कदर सावन में भी
जिस्म जलता रहता है
प्यास जितनी रूको मैं
उतनी बढ़ती जाती है
दूरियों की बेचैनी
मुझको यह तड़पती है
शामों सहर बेज़ार करे
जीना दुश्वार करे है
शामों सहर बेज़ार करे
जीना दुश्वार करे है
जो भी यहाँ प्यार करे
जीना दुश्वार करे है
कितना पागल दिल है
कैसे यह मुश्किल है
बेवजह किसी पे ऐतबार करे
जो भी यहाँ प्यार करे
जीना दुश्वार करे है
जो भी यहाँ प्यार करे
जीना दुश्वार करे है
है है.
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