{tab title=”English”}
Khwaabon mein thhe aansu chhupe
Pataa hi na tha humein
Raahon mein thhe kaante bichhe
Pataa hi na tha humein
Saaya bhi ye roye
Tanhaa humko dekh kar
Zindagi khaali ho gayi
Khoya aise humsafar
Ye… o…
Ye… o…
kyu hua, kyun hua
Rab hi bezubaan… o..
{tab title=”Hindi” open=”true”}
ख़्वाबों में थे आँसू छुपे पता ही ना था हमें
राहों में थे कांटे बिछे पता ही ना था हमें
कुछ भी हमें हासिल नहीं, है रह गई मंज़िल कहीं
हैरान है दिल किस बात की ये है सज़ा?
रोने लगी है अब दुआ, खुद से हुआ है बेपता
ऐ रब मेरे मुझको ज़रा तू ये बता
क्यूँ हुआ? क्यूँ हुआ वक़्त हमसे खफ़ा?
इश्क़ से दिल जुदा क्यूँ हुआ? क्यूँ हुआ?
इस ग़म की वजह किसको पूछे यहाँ?
क्यूँ हुआ? क्यूँ हुआ रब ही बेज़ुबाँ?
Hmm, होठों पे रखी
लम्हा-लम्हा शिकायतें (शिकायतें)
साया भी ये रोए तन्हा हमको देख कर
ज़िन्दगी ख़ाली हो गई खोया ऐसे हमसफ़र
क्यूँ हुआ? क्यूँ हुआ रब ही बेज़ुबाँ?
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