{tab title=”English”}
O Nile Parbato Ki Dhaara
Aayi Dhundhne Kinara Badi Dur Se
Sabko Sahara Chaahiye, Koi Hamara Chaahiye
O Nile Parbato Ki Dhaara
Aayi Dhundhane Kinara Badi Dur Se
Sabko Sahara Chaahiye, Koi Hamara Chaahiye
Phul Me Jaise Phul Ki Khushabu
Dil Me Hai Yun Tera Basera
Dharati Se Ambar Tak Phaila
Chaahat Ki Baaho Kaa Ghera
O Nile Parbato Ki Dhaara
Aayi Dhundhne Kinara Badi Dur Se
Sabko Sahara Chaahiye, Koi Hamara Chaahiye
{tab title=”Hindi” open=”true”}
ओ नील पर्बतो की धारा
ायी ढुंढने किनारा बड़ी दूर से
सब को सहारा चाहिए
कोई हमारा चाहिए
ओ नील पर्बतो की धारा
ायी ढुंढने किनारा बड़ी दूर से
सब को सहारा चाहिए
कोई हमारा चाहिए
फूल में जैसे फूल की खुशबू
दिल में है यूँ तेरा बसेरा
धरती से अम्बर तक फैला
चाहत की बाहों का घेरा
ओ नील पर्बतो की धारा
ायी ढुंढने किनारा बड़ी दूर से
सब को सहारा चाहिए
कोई हमारा चाहिए
सूरज पीछे घूमे धरती
सांझ के पीछे घूमे सवेरा
जिस नाते ने इन को बाँधा
वो नाता है तेरा मेरा
ओ नील पर्बतो की धारा
ायी ढुंढने किनारा बड़ी दूर से
सब को सहारा चाहिए
कोई हमारा चाहिए
ओ नील पर्बतो की धारा.
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