{tab title=”English”}
Kayi Ghato Ka Paani Piya Raha Fir Bhi To Pyasa Jiya
Kayi Ghato Ka Paani Piya Raha Fir Bhi To Pyasa Jiya
Ghat Ghat Ka Paani Pikar Aate Hai Diwane
Kayi Ghato Ka Paani Piya Raha Fir Bhi To Pyasa Jiya
Kayi Ghato Ka Paani Piya Raha Fir Bhi To Pyasa Jiya
Daste Hai Julfo Ke Saaye Inhe Hontho Ki Laali Jalaye Inhe
Daste Hai Julfo Ke Saaye Inhe Hontho Ki Laali Jalaye Inhe
Aankho Ki Masti Sulaye Inhe Baaho Ki Narmi Jagaye Inhe
Raat Gayi Baat Gayi Raat Gayi Baat Gayi
Shart Yahi Laag Gayi Tab Chain Aaye Inhe
Inki Pyaas Bujhegi Kaise Ye To Raam Hi Jaane
Kayi Ghato Ka Paani Piya Raha Fir Bhi To Pyasa Jiya
Kayi Ghato Ka Paani Piya Raha Fir Bhi To Pyasa Jiya
Ghat Ghat Ka Paani Pikar Aate Hai Diwane
Kayi Ghato Ka Paani Piya Raha Fir Bhi To Pyasa Jiya
Kayi Ghato Ka Paani Piya Raha Fir Bhi To Pyasa Jiya
{tab title=”Hindi” open=”true”}
कही घाटो का पानी पिया
रहा फिर भी तो प्यास जिया
कही घाटो का पानी पिया
रहा फिर भी तो प्यास जिया
घाट घाट का पानी पी कर
प्यासे है दीवाने
कही घाटो का पानी पिया
रहा फिर भी तो प्यास जिया
कही घाटो का पानी पिया
रहा फिर भी तो प्यास जिया
रंगीन राहों पे चलते है यह
पी पी के गिरते सँभालते है यह
रंगीन राहों पे चलते है यह
पी पी के गिरते सँभालते है यह
गोर बदन पे फ़िसलते है यह
हर रात दिलबर बदलते है यह
यहाँ वह इधर उधर
यहाँ वह इधर उधर
श्याम सहर बात पहेर
शोलो में जलते है यह
जल जल बुझ गयी समां हज़ारो
जले न यह परवाने
कही घाटो का पानी पिया
रहा फिर भी तो प्यास जिया
कही घाटो का पानी पिया
रहा फिर भी तो प्यास जिया
दस्ते है जुल्फों के साये इन्हे
होठों की लाली जलाये इन्हे
दस्ते है जुल्फों के साये इन्हे
होठों की लाली जलाये इन्हे
आँखों की मस्ती सुनाये इन्हे
बाहो की गर्मी जगाये इन्हे
रात गयी बात गयी
रात गयी बात गयी
कर के नयी घट गयी
तब चैन आये इन्हे
इनकी प्यास बुझेगी कैसे
यह तो राम ही जाने
कही घाटो का पानी पिया
रहा फिर भी तो प्यास जिया
कही घाटो का पानी पिया
रहा फिर भी तो प्यास जिया
घाट घाट का पानी पी कर
प्यासे है दीवाने
कही घाटो का पानी पिया
रहा फिर भी तो प्यास जिया.
{/tabs}