{tab title=”English”}
Panchhi Kaa Par Katarke Kehte Hai Udake Dikhao
Juba Katke Duniya Wale Kehte Hai Tum Gao
Rona Chahe Ro Na Paye, Dil Kitna Majbur Hai
Rona Chahe Ro Na Paye, Dil Kitna Majbur Hai
Kise Pata Hai Ko Bataye Rab Ko Kya Manjur Hai
Rona Chahe Ro Na Paye, Dil Kitna Majbur Hai
Rona Chahe Ro Na Paye, Dil Kitna Majbur Hai
Kise Pata Hai Ko Bataye Rab Ko Kya Manjur Hai
Rona Chahe Ro Na Paye
रोना चाहे रो ना पाए, दिल कितना मजबूर है
रोना चाहे रो ना पाए, दिल कितना मजबूर है
किसे पता है कोन बताये रब को क्या मंजूर है
रोना चाहे रो ना पाए, दिल कितना मजबूर है
रोना चाहे रो ना पाए, दिल कितना मजबूर है
किसे पता है कोन बताये रब को क्या मंजूर है
रोना चाहे रो ना पाए
लेके आंचल के तले मुझको वरदान दिया
मैंने तो सिखा वही माँ ने जो ज्ञान दिया
दर्द जो दे किसी को मैं ओ इन्सान नहीं
खामिया मुझमे भी है पर मैं बेईमान नहीं
मैंने सबको अपना माना
मेरा ये कसूर है, मेरा ये कसूर है
रोना चाहे रो ना पाए, दिल कितना मजबूर है
कैसे पता है को बताये रब को क्या मंजूर है
रोना चाहे रो ना पाए
भोला था, नादान भी था, कुछ भी ना जान सका
धागा रस्मो का क्या है मैं ना पहचान सका
मैंने अपराध किया मुझको इंकार नहीं
भूल अनजाने हुए मैं गुन्हेगार नहीं
अब ये जाके मैंने जाना
होता क्या सिंदूर है, होता क्या सिंदूर है
रोना चाहे रो ना पाए, दिल कितना मजबूर है
कैसे पता है को बताये रब को क्या मंजूर है
रोना चाहे रो ना पाए, दिल कितना मजबूर है
कैसे पता है को बताये रब को क्या मंजूर है
रोना चाहे रो ना पाए
{/tabs}